कोरोना टेस्ट की गाइडलाइंस में बदलाव, अब जांच के लिए डॉक्टर की सिफारिश की जरूरत नहीं

कोरोना टेस्ट की गाइडलाइंस में बदलाव, अब जांच के लिए डॉक्टर की सिफारिश की जरूरत नहीं

सेहतराग टीम

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना टेस्टिंग को लेकर जारी दिशानिर्देश में सुधार करते हुए लोगों को यह अधिकार दे दिया है कि अब आप  बिना डॉक्टर की सिफारिश के कोरोना की जांच करवा सकते हैं। यानी कि अब पहले की तरह कोरोना की जांच कराने क लिए डॉक्टर के प्रेसक्पिशन की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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आपको बता दें कि पहले की कोरोना टेस्ट गाइलडलाइंस के तहत कोरोना जांच के लिए किसी उपयुक्त डॉक्टर के प्रेसक्पिशन की जरूरत पड़ती थी। लेकिन अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति अपना कोरोना टेस्ट करवाना चाहता है तो टेस्ट करने वाला लैब उससे डॉक्टर का प्रेस्क्रिप्शन की जिद नहीं करेगा। यानी, अगर किसी व्यक्ति के पास डॉक्टर का प्रेसक्रिप्शन नहीं है तो भी कोई लैब उसका सैंपल लेने और उसकी जांच करने से इनकार नहीं कर सकता है।

नई गाइडलाइंस में कहा गया है कि जिसी किसी व्यक्ति की इच्छा है और जो यात्रा कर रहा है, अगर वो चाहे तो ऑन डिमांड टेस्ट करवा सकता है। इसके लिए किसी डॉक्टर की सिफारिश की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है।

इस समय देश में कोरोना टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़कर 1,600 से भी ज्यादा हो गई है। ध्यान रहे फर्जीवाड़े से बचने के लिए कोरोना टेस्ट करवाने से पहले डॉक्टर या लैब की प्रामाणिकता का अच्छे से पता लगा लें।

 

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